राजस्थान में ई-पंजीयन: संपत्ति रजिस्ट्रेशन को आसान और पारदर्शी बनाने वाला डिजिटल क्रांति
- Nitesh Agarwal
- Nov 27
- 5 min read
राजस्थान, जहां संपत्ति लेन-देन अक्सर जटिल और समय लेने वाले होते हैं, वहां राज्य सरकार ने एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। ई-पंजीयन पोर्टल (E-Panjiyan Portal), जो राजस्थान के महानिरीक्षक पंजीयन एवं स्टांप (IGRS) की एक पहल है, ने संपत्ति रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रक्रिया को डिजिटाइज कर दिया है। अब हर नागरिक घर बैठे ही संपत्ति मूल्यांकन से लेकर अंतिम रजिस्ट्रेशन तक सब कुछ कर सकता है। यह पोर्टल केवल एक वेबसाइट नहीं है, बल्कि संपत्ति दस्तावेजीकरण का एक स्टॉप सॉल्यूशन है। अगर आप सोच रहे हैं कि ई-पंजीयन कैसे करें (How to Do E-Panjiyan), तो यह गाइड आपके लिए है।
हम ई-पंजीयन प्रक्रिया (E-Panjiyan Process) को स्टेप-बाय-स्टेप समझाएंगे, इसकी मुख्य सेवाओं पर चर्चा करेंगे और बताएंगे कि राजस्थान में संपत्ति रजिस्ट्रेशन (Property Registration in Rajasthan) के लिए यह क्यों जरूरी है।

इस ब्लॉग में हम ई-पंजीयन राजस्थान (E-Panjiyan Rajasthan) के फायदों को विस्तार से जानेंगे, साथ ही zonamap.in को इंटीग्रेट करेंगे – जो एक उन्नत संपत्ति मैपिंग टूल (Property Mapping Tool) है।
zonamap.in राजस्थान की संपत्तियों के लिए सटीक जोन मैप (Zone Maps), भूमि सर्वे मैप (Land Survey Maps) और DLC रेट चेकर (DLC Rate Checker) प्रदान करता है, जो ई-पंजीयन प्रक्रिया को और आसान बनाता है। आइए, डिजिटल भारत की इस पहल को गहराई से समझें।
ई-पंजीयन क्या है? (What is E-Panjiyan?)
ई-पंजीयन (E-Panjiyan) राजस्थान के IGRS द्वारा विकसित एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसका मुख्य उद्देश्य संपत्ति लेन-देन के सभी करों – जैसे खरीद-बिक्री – की निगरानी और रिकॉर्डिंग करना है। यह सिस्टम राजस्थान रजिस्ट्रेशन एक्ट 1955 (Rajasthan Registration Act 1955) के तहत राज्य में हर संपत्ति लेन-देन को आधिकारिक रूप से रजिस्टर और दस्तावेजीकृत करता है। IGRS राजस्थान का मिशन है कि यह पोर्टल कुशल, पारदर्शी और यूजर-फ्रेंडली सिस्टम स्थापित करे।
यह पारंपरिक कागजी कार्रवाई भरी प्रक्रिया को स्ट्रीमलाइन ऑनलाइन प्रोसेस से बदल देता है, जो सभी पक्षों के लिए फायदेमंद है। ई-पंजीयन पोर्टल (E-Panjiyan Portal) के जरिए सरकार को स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस से राजस्व प्राप्त होता है, साथ ही नागरिकों को झंझटमुक्त अनुभव मिलता है। आधिकारिक वेबसाइट epanjiyan.rajasthan.gov.in पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह पोर्टल 2020 से सक्रिय है और अब तक लाखों ट्रांजेक्शन को सफलतापूर्वक हैंडल कर चुका है। इसमें ई-स्टांप (E-Stamp) जेनरेशन, दस्तावेज वेरिफिकेशन (Document Verification) और ऑनलाइन अपॉइंटमेंट (Online Appointment) जैसी सुविधाएं शामिल हैं।
अगर आप राजस्थान संपत्ति रजिस्ट्रेशन (Rajasthan Property Registration) या ई-पंजीयन
लॉगिन (E-Panjiyan Login) सर्च कर रहे हैं, तो यह पोर्टल आपकी पहली पसंद होनी चाहिए।
ई-पंजीयन क्यों जरूरी है? (Why E-Panjiyan Is Necessary)
पहले संपत्ति रजिस्ट्रेशन एक निराशाजनक प्रक्रिया थी – सरकारी दफ्तरों के चक्कर, लंबी वेटिंग और ढेर सारे कागजात। ई-पंजीयन पोर्टल ने इन्हीं समस्याओं का समाधान किया है। आधिकारिक IGRS दस्तावेजों के अनुसार, यह सिस्टम डिजिटल इंडिया (Digital India) विजन का हिस्सा है, जो पारदर्शिता बढ़ाता है और भ्रष्टाचार को कम करता है।
यहां ई-पंजीयन के फायदे (Benefits of E-Panjiyan) हैं:
बढ़ी हुई पारदर्शिता (Increased Transparency): हर स्टेप – संपत्ति मूल्यांकन से पेमेंट और रजिस्ट्रेशन तक – का स्पष्ट रिकॉर्ड मिलता है। इससे धोखाधड़ी की संभावना कम होती है और संपत्ति का कानूनी स्टेटस सभी को पता रहता है।
समय और लागत की बचत (Time and Cost Savings): ऑनलाइन मूल्य चेक, फीस पेमेंट और अपॉइंटमेंट बुकिंग से कई फिजिकल विजिट्स की जरूरत नहीं। IGRS के अनुसार, औसतन 70% समय बचता है।
सुविधा और पहुंच (Convenience and Accessibility): 24/7 उपलब्ध, घर से ही सब मैनेज करें। ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी मोबाइल-फ्रेंडली ऐप इंटीग्रेशन है।
कुशलता (Efficiency): ऑटो-जेनरेशन ऑफ डीड्स (जैसे सेल डीड, डोनेशन डीड) और SRO ऑफिस में तेज वेरिफिकेशन। हालिया अपडेट में AI-बेस्ड डेटा वैलिडेशन जोड़ा गया है।
zonamap.in को इंटीग्रेट करके, आप संपत्ति मैप प्लान (Property Map Plan) आसानी से जनरेट कर सकते हैं। यह टूल ई-पंजीयन के स्टेप 1 में मदद करता है, जहां सटीक भू-नक्शा (Land Map) अपलोड करना जरूरी है।
zonamap.in पर जाकर राजस्थान DLC रेट (Rajasthan DLC Rate) चेक करें और मैप डाउनलोड करें – यह ई-पंजीयन डॉक्यूमेंट्स (E-Panjiyan Documents) को परफेक्ट बनाता है।
ई-पंजीयन कैसे करें: स्टेप-बाय-स्टेप गाइड (How to Do E-Panjiyan: Step-by-Step Guide)
ई-पंजीयन प्रक्रिया (E-Panjiyan Process) को सरल चरणों में बांटा गया है। आधिकारिक गाइडलाइन्स के आधार पर, यहां पूरा प्रोसेस है। सुनिश्चित करें कि आपके पास वैलिड आधार कार्ड (Aadhaar Card), पैन कार्ड (PAN Card) और मोबाइल नंबर हो।
स्टेप 1: संपत्ति मूल्यांकन और दस्तावेज तैयारी (Property Valuation and Document Preparation)
संपत्ति का सही मूल्य स्टांप ड्यूटी कैलकुलेशन के लिए जरूरी है।
आधिकारिक ई-पंजीयन पोर्टल पर जाएं: epanjiyan.rajasthan.gov.in।
'इन्फॉर्मेशन सर्विस' मेनू में 'सिटिजन के लिए संपत्ति मूल्यांकन' (Property Valuation for Citizen) क्लिक करें।
जिला, मोबाइल नंबर और कैप्चा एंटर करें।
'फ्रेश वैल्यूएशन' चुनें और संपत्ति डिटेल्स (लोकेशन, टाइप, एरिया) भरें।
साइट मेजर्ड वैल्यू दिखाएगी, इसे सेव करें।
zonamap.in से संपत्ति जोन मैप (Property Zone Map) डाउनलोड करें ताकि लोकेशन डिटेल्स एक्यूरेट हों।
स्टेप 2: ऑनलाइन पेमेंट और दस्तावेज अपलोड (Online Payment and Document Upload)
वैल्यूएशन के बाद 'नेक्स्ट' पर क्लिक कर ई-स्टांप पेज पर जाएं।
एक्जीक्यूशन डेट और फेस वैल्यू चुनें, फिर 'कैलकुलेट स्टांप ड्यूटी' क्लिक करें।
सभी चार्जेस (स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन फीस) दिखेंगे।
'सेव' करें और 'पार्टी डिटेल्स' में प्रेजेंटर, पार्टियों की जानकारी भरें। PDF फॉर्मेट में दस्तावेज अपलोड करें।
आवश्यक दस्तावेज (Required Documents for Property Registration): सेल डीड कॉपी, आईडी प्रूफ्स (PAN, Aadhaar), फोटोज, NOC, और प्रॉपर्टी मैप प्लान।
अपलोड के बाद 'डन एंड एग्जिट' क्लिक करें। e-GRAS गेटवे पर पेमेंट करें।
IGRS के अनुसार, अपलोडेड डॉक्यूमेंट्स को डिजिटल सिग्नेचर से वैरिफाई किया जाता है।
स्टेप 3: अपॉइंटमेंट बुकिंग और अंतिम वेरिफिकेशन (Booking Appointment and Final Verification)
पेमेंट सफल होने पर एप्लीकेशन ई-पंजीयन पर भेजी जाती है।
सिटिजन रेफरेंस नंबर (CRN) और OTP मोबाइल पर आएगा।
पोर्टल पर वापस जाकर SRO ऑफिस के लिए टाइम स्लॉट बुक करें।
अपॉइंटमेंट डे पर ओरिजिनल डॉक्यूमेंट्स, CRN और OTP लेकर SRO जाएं।
ऑफिशियल डेटा और डॉक्यूमेंट्स वेरीफाई करेगा, फिर सिग्नेचर/थंब इम्प्रेशन लेंगे।
प्रक्रिया पूरी! IGRS रिपोर्ट्स के मुताबिक, 90% केस 7 दिनों में क्लियर हो जाते हैं।
ई-पंजीयन पर अन्य मुख्य सेवाएं (Other Key Services on E-Panjiyan)
ई-पंजीयन राजस्थान केवल रजिस्ट्रेशन तक सीमित नहीं:
DLC रेट जानकारी (DLC Rate Information): जयपुर, उदयपुर आदि में मिनिमम वैल्यू चेक करें। zonamap.in पर इंटरैक्टिव DLC रेट मैप (DLC Rate Map) उपलब्ध है।
दस्तावेज स्टेटस ट्रैकिंग (Document Status Tracking): CRN से स्टेटस चेक करें।
ई-स्टांप वेरिफिकेशन (E-Stamp Verification): सर्टिफिकेट नंबर से ऑथेंटिसिटी जांचें।
शिकायत निवारण (Grievance Redressal): राजस्थान संपर्क पोर्टल से कंप्लेंट लॉज करें।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट (Online Appointments): क्यू में इंतजार न करें।
ई-पंजीयन पर लेटेस्ट अपडेट्स (Latest Updates on E-Panjiyan)
IGRS की आधिकारिक जानकारी के अनुसार:
ऑटोमैटिक डीड जेनरेशन (Automatic Deed Generation): सेल, डोनेशन, लीज़ के लिए ऑटो डीड तैयार। 2024 में लॉन्च, मैनुअल एफर्ट 50% कम।
DLC रेट अपडेट (DLC Rate Updates): 1 अप्रैल 2024 से जयपुर में 10% बढ़ोतरी, जो स्टांप ड्यूटी प्रभावित करती है। अन्य जिलों में भी वार्षिक रिव्यू।
नया फीचर: ई-साइन इंटीग्रेशन (E-Sign Integration) आधार से, जो पेपरलेस रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देता है।
zonamap.in के साथ इंटीग्रेशन से, आप राजस्थान संपत्ति मैप (Rajasthan Property Map) को डायरेक्ट ई-पंजीयन में इंपोर्ट कर सकते हैं – समय बचाएं!
निष्कर्ष: डिजिटल राजस्थान की ओर एक कदम (Conclusion: A Step Towards Digital Rajasthan)
ई-पंजीयन पोर्टल राजस्थान (E-Panjiyan Portal Rajasthan) नागरिकों के लिए एक यूजर-फ्रेंडली पहल है, जो संपत्ति ट्रांजेक्शन को सहज बनाती है। यह डिजिटल इंडिया (Digital India) की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान है। अगर आप संपत्ति खरीद-बिक्री (Property Buy-Sell) प्लान कर रहे हैं, तो तुरंत शुरू करें। zonamap.in पर विजिट करें zonamap.in मैपिंग टूल्स के लिए और प्रक्रिया को सुपरचार्ज करें।
कमेंट्स में बताएं, आपका ई-पंजीयन अनुभव (E-Panjiyan Experience) कैसा रहा? अधिक जानकारी के लिए IGRS हेल्पलाइन: 1800-180-6127। #ईपंजीयन #राजस्थानसंपत्तिरजिस्ट्रेशन #ZonaMap
यह आर्टिकल IGRS आधिकारिक स्रोतों पर आधारित है। अपडेट्स के लिए पोर्टल चेक करें।



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